Best 371+ Wafa Shayari in Hindi | वफ़ा शायरी इमेज इन हिंदी
Wafa Shayari in Hindi :– नमस्कार दोस्तों कैसे है आप लोग आशा करते है की अच्छा ही होंगे आज के इस फ्रेश और बेहतरीन आर्टिकल में हम लेकर आये है Best wafa shayari जिसे पढ़ कर आपको बहुत सुकून मिलेगा साथ ही आप इसे अपने सोशल मीडिया एबं अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे और पूरा नीचे तक जरूर पढ़े ताकि आपका दिल और भी हलका हो आशा करते है की यह पोस्ट आपको अच्छा लगेगा
वफ़ा पर हिंदी शायरी का सबसे अच्छा संग्रह यहाँ उपलब्ध है, आप इस Wafa hindi shayari को अपने हिंदी वाहट्सएप्प स्टेटस के रूप में उपयोग कर सकतें है या आप इस बेहतरीन हिंदी शायरी को अपने दोस्तों को फेसबुक पर भी भेज सकतें हैं। Wafa लफ्ज़ पर हिंदी के यह शेर, आपके प्यार और भावनाओं को व्यक्त करने में आपकी मदद कर सकतें हैं।
Below are a few examples:- तुम चाह सकते थे तो, तुम निभा भी तो सकते थे.!! उनके सुर्ख लब और वफा की कसम, हाय क्या कसम थी खुदा की कसम! खुदगर्जी पे उतर आए तो ए-जाने-वफा, हम सितारों को भी नज़र-अंदाज कर देते हैं.!! मिले वफा मोहब्बत में अब वो दौर नहीं, अब इश्क़ महज़ खेल है कुछ और नहीं! मुश्किल वफा – ए – दौर है ये मानता हूं मैं सजदे में तेरा ख्याल फकत हमख्याल नहीं
Wafa Shayari in Hindi
वो मिली भी तो क्या मिली बन के बेवफा मिली.!!
इतने तो मेरे गुनाह भी ना थे जितनी मुझे सजा मिली.!!

ना बहने दे ज़ज़्बातों को बेवफाई के दौर में.!!
ये वो सिक्के है जो हर दौर में फेंके गये हैं.!!
मुश्किल है इस गम को रफा-दफा करना.!!
गलती जानलेवा थी तुझसे वफ़ा करना.!!
ऐसी कोई रूह नहीं जो खफा नहीं मिलती.!!
सिर्फ मुझे क्या किसी को यहाँ सच्ची वफ़ा नहीं मिलती.!!
मोहोब्बत बेफिज़ूल है साहब आज कल.!!
लोग नफरत का रिश्ता बेहतर निभाते हैं.!!
कितनी भी सच्ची मोहब्बत कर लो.!!
वफा का लोग साथ छोड़ ही देते है.!!
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी.!!
बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी.!!
Wafa Shayari in Hindi
मेरी दास्ताँ-ए-वफ़ा बस इतनी सी है.!!
उसकी खातिर उसी को छोड़ दिया.!!

हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम.!!
होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम.!!
वफ़ा नहीं इसे गुनाह कहिए जनाब.!!
जिसने की है बस सजा पाई है.!!
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है वफ़ा में कोई बुराई अगर.!!
फिर तो मुझ से बुरा कौन है.!!
तेरे होते हुए भी तन्हाई मिली है.!!
वफ़ा करके भी देखो बुराई मिली है.!!
जितनी दुआ की तुम्हे पाने की.!!
उस से ज़यादा तेरी जुदाई मिली है.!!
तेरी वफाओं का समन्दर किसी और के लिए होगा.!!
हम तो तेरे साहिल से रोज प्यासे ही गुजर जाते हैं.!!
वफ़ा शायरी
मेरी वफा कि गवाही सितारे देते रहेँ.!!
बस मेरे चाँद को ही मुझ पे यकीन ना आया.!!

डरा -धमका के तुम हमसे वफ़ा करने को कहते हो.!!
कहीं तलवार से भी पाँव का काँटा निकलता है.!!
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो.!!
वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं.!!
आप जैसों के लिए इस में रखा कुछ भी नहीं.!!
लेकिन ऐसा तो न कहिए कि वफ़ा कुछ भी नहीं.!!
आप कहिए तो निभाते चले जाएँगे मगर.!!
इस तअ’ल्लुक़ में अज़िय्यत के सिवा कुछ भी नहीं.!!
मैं किसी तरह भी समझौता नहीं कर सकता.!!
या तो सब कुछ ही मुझे चाहिए या कुछ भी नहीं.!!
कैसे जाना है कहाँ जाना है क्यूँ जाना है.!!
हम कि चलते चले जाते हैं पता कुछ भी नहीं.!!
Wafa Shayari in Hindi text
हाए इस शहर की रौनक़ के मैं सदक़े जाऊँ.!!
ऐसी भरपूर है जैसे कि हुआ कुछ भी नहीं.!!

फिर कोई ताज़ा सुख़न दिल में जगह करता है.!!
जब भी लगता है कि लिखने को बचा कुछ भी नहीं.!!
अब मैं क्या अपनी मोहब्बत का भरम भी न रखूँ.!!
मान लेता हूँ कि उस शख़्स में था कुछ भी नहीं.!!
मैं ने दुनिया से अलग रह के भी देखा ‘जव्वाद’.!!
ऐसी मुँह-ज़ोर उदासी की दवा कुछ भी नहीं.!!
रहो खुश जहाँ भी रहो ये दुआ है.!!
अगर ये भी ना चाहा तो इश्क़ क्या है.!!
उसे भूल तो जाते पर मस’अला ये.!!
कि वो यार अब भी बहुत बावफ़ा है.!!
चुप रहते हैं चुप रहने दो राज़ बताओ खोले क्या.!!
बात वफ़ा की तुम करती हो बोलो हम कुछ बोले क्या.!!
दर्द वफ़ा शायरी
उल्फ़त तो अफ़साना है तुम करती खूब सियासत हो.!!
हम भी हैं मक़बूल बहुत अब बोल किसी के होलें क्या.!!

बड़ा एहसान हम फ़रमा रहे हैं.!!
कि उन के ख़त उन्हें लौटा रहे हैं.!!
नहीं तर्क-ए-मोहब्बत पर वो राज़ी.!!
क़यामत है कि हम समझा रहे हैं.!!
यक़ीं का रास्ता तय करने वाले.!!
बहुत तेज़ी से वापस आ रहे हैं.!!
ये मत भूलो कि ये लम्हात हम को.!!
बिछड़ने के लिए मिलवा रहे हैं.!!
तअ’ज्जुब है कि इश्क़-ओ-आशिक़ी से.!!
अभी कुछ लोग धोका खा रहे हैं.!!
तुम्हें चाहेंगे जब छिन जाओगी तुम.!!
अभी हम तुम को अर्ज़ां पा रहे हैं.!!
Wafa Shayari in Hindi with images
किसी सूरत उन्हें नफ़रत हो हम से.!!
हम अपने ऐब ख़ुद गिनवा रहे हैं.!!

वो पागल मस्त है अपनी वफ़ा में.!!
मिरी आँखों में आँसू आ रहे हैं.!!
दलीलों से उसे क़ाइल किया था.!!
दलीलें दे के अब पछता रहे हैं.!!
तिरी बाँहों से हिजरत करने वाले.!!
नए माहौल में घबरा रहे हैं.!!
ये जज़्ब-ए-इश्क़ है या जज़्बा-ए-रहम.!!
तिरे आँसू मुझे रुलवा रहे हैं.!!
अजब कुछ रब्त है तुम से कि तुम को.!!
हम अपना जान कर ठुकरा रहे हैं.!!
वफ़ा की यादगारें तक न होंगी.!!
मिरी जाँ बस कोई दिन जा रहे हैं.!!
वफ़ा शायरी रेख़्ता
वैसे तू मेरे मकाँ तक तू चला आता है.!!
फिर अचानक से तिरे ज़ेहन में क्या आता है.!!

आहें भरता हूँ कि पूछे कोई आहों का सब.!!
फिर तिरा ज़िक्र निकलता है मज़ा आता है.!!
तेरे ख़त आज लतीफ़ों की तरह लगते हैं.!!
ख़ूब हँसता हूँ जहाँ लफ़्ज-ए-वफ़ा आता है.!!
जाते-जाते ये कहा उस ने चलो आता हूँ.!!
अब यही देखना है जाता है या आता है.!!
तुझ को वैसे तो ज़माने के हुनर आते हैं.!!
प्यार आता है कभी तुझ को बता आता है.!!
जब प्यार नहीं है तो भुला क्यूंनहीं देते.!!
ख़त किस लिए रक्खे हैं जला क्यूं नहीं देते.!!
किस वास्ते लिक्खा है हथेली पे मिरा नाम.!!
मैं हर्फ़-ए-ग़लत हूंतो मिटा क्यूं नहीं देते.!!
Wafa Urdu Shayari
लिल्लाह शब-ओ-रोज़ की उलझन से निकालो.!!
तुम मेरे नहीं हो तो बता क्यूं नहीं देते.!!

रह रह के न तड़पाओ ऐ बे-दर्द मसीहा.!!
हाथों से मुझे ज़हर पिला क्यूं नहीं देते.!!
जब उस की वफ़ाओं पे यक़ीं तुम को नहीं है.!!
‘हसरत’ को निगाहों से गिरा क्यूं नहीं देते.!!
आज मैंने अपना फिर सौदा किया.!!
और फिर मैं दूर से देखा किया.!!
ज़िंदगी-भर मेरे काम आए उसूल.!!
एक इक कर के उन्हें बेचा किया.!!
बंध गई थी दिल में कुछ उम्मीद सी.!!
ख़ैर तुम ने जो किया अच्छा किया.!!
कुछ कमी अपनी वफ़ाओं में भी थी.!!
तुम से क्या कहते कि तुम ने क्या किया.!!
वफ़ा शायरी इमेज इन हिंदी
क्या बताऊँ कौन था जिस ने मुझे.!!
इस भरी दुनिया में है तन्हा किया.!!
क्या इस का गिला कीजे उसे प्यार ही कब था.!!
वो अहद-ए-फ़रामोश वफ़ादार ही कब था.!!
उस ने तो सदा पूजे हैं उड़ते हुए जुगनू.!!
वो चाँद-सितारों का परस्तार ही कब था.!!
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हम डूब गए जागती रातों के भँवर में.!!
हाथ उस का हमारे लिए पतवार ही कब था.!!
आमों की हसीं रुत के सिवा भी तो वो कूके.!!
लेकिन किसी कोयल का ये किरदार ही कब था.!!
आवाज़ जो मैं दूँ तो किसी और को छू ले.!!
इस आँख-मिचोली से वो बेज़ार ही कब था.!!
तुम उस को बुरे नाम से यारो न पुकारो.!!
ये नाम उसे बाइस-ए-आज़ार ही कब था.!!
Wafa ki Umeed Shayari in Hindi
मशहूर-ए-ज़माना हैं ‘क़तील’ उस की उड़ानें.!!
वो दाम-ए-मोहब्बत में गिरफ़्तार ही कब था.!!
अपना दिल पेश करूँ अपनी वफ़ा पेश करूँ.!!
कुछ समझ में नहीं आता तुझे क्या पेश करूँ.!!
तेरे मिलने की ख़ुशी में कोई नग़्मा छेड़ूँ.!!
या तिरे दर्द-ए-जुदाई का गिला पेश करूँ.!!
मेरे ख़्वाबों में भी तू मेरे ख़यालों में भी तू.!!
कौन सी चीज़ तुझे तुझ से जुदा पेश करूँ.!!
जो तिरे दिल को लुभाए वो अदा मुझ में नहीं.!!
क्यूँ न तुझ को कोई तेरी ही अदा पेश करूँ.!!
आरज़ू दीद-ए-ख़ुदा की है.!!
आरज़ू भी हमनें क्या की है.!!
तुझको देखें तो होश ही न रहे.!!
अदाएँ इस क़दर बला की है.!!
Wafa Shayari photo
किसी सूरत तुझे अपना बना ले.!!
बात लेकिन तेरी रज़ा की है.!!
तुमने जिस से भी की बेवफ़ाई की.!!
हमने जिस से भी की वफ़ा की है.!!
शायरी होगी उसी शख़्स से “शाद”.!!
ज़िन्दगी जिसने भी तबाह की है.!!
वफ़ा का आलम यूँ है की सब अब बस दगा देते हैं.!!
एक से रिश्ता टूटा नहीं की दूजे से दिल लगा लेते हैं.!!
अपने तजुर्बे की आज़माइश की ज़िद थी.!!
वर्ना हमको था मालूम कि तुम बेवफा हो जाओगे.!!
उँगलियाँ आज भी इसी सोच में गुम हैं.!!
कि कैसे उसने नए हाथ को थामा होगा.!!
नज़ारे तो बदलेंगे ही ये तो कुदरत है.!!
अफ़सोस तो हमें तेरे बदलने का हुआ है.!!
Bewafa Shayari in Hindi
मेरी तलाश का है जुर्म या मेरी वफा का क़सूर.!!
जो दिल के करीब आया वही वफा ना कर सका.!!
रुशवा क्यों करते हो तुम इश्क़ को, ए दुनिया वालो.!!
मेहबूब तुम्हारा बेवफा है, तो इश्क़ का क्या गनाह.!!
डरा -धमका के तुम हमसे वफ़ा करने को कहते हो.!!
कहीं तलवार से भी पाँव का काँटा निकलता है.!!
आज के दौर में उम्मीद वफ़ा कैसे रखें.!!
धूप में बैठा है खुद पेड़ लगाने वाला.!!
कितनी भी सच्ची मोहब्बत कर लो.!!
वफा का लोग साथ छोड़ ही देते है.!!
मेरे अलावा किसी और को अपना महबूब बना कर देख ले.!!
तेरी हर धड़कन कहेगी उसकी वफ़ा मैं कुछ और बात थी.!!
बहुत रोती हैं वो आँखें जो मुहब्बत करती हैं.!!
वफा की बूँदों में अधूरी कहानी लिख जाती हैं.!!
Wafa Wali Shayar
मुझसे मेरी वफ़ा का सबूत मांग रहा है.!!
खुद बेवफ़ा हो के मुझसे वफ़ा मांग रहा है.!!
मुझे भी बना दे ऐ खुदा -दिल तोड़ने वाला.!!
कबतक वफा करूँगा – बेवफाओ के शहर मे.!!
उन्हें बेवफा कहूँ तो तोहीन हो वफा की.!!
वो वफा निभा तो रहे है कभी इधर कभी उधर.!!
मेरी वफा कि गवाही सितारे देते रहेँ.!!
बस मेरे चाँद को ही मुझ पे यकीन ना आया.!!
टूट गए हम तुम्हे चाहते चाहते.!!
अब हमसे वफ़ा की उम्मीद ना करना.!!
मेरी किस्मत में है एक दिन गिरफ्तार-ए-वफ़ा होना.!!
मेरे चेहरे पे तेरे प्यार का इलज़ाम लिखा है.!!
अब इस से बढ़ कर क्या हो एह्तायत-ए-वफ़ा.!!
मैं तेरे शहर से गुजरूँ तुझे खबर न करूं.!!
Wafa Pe Shayar
वफाये मांगते फिरते है फकीरों की तरह.!!
अजीब लोग है कहते है मुहब्बत की है.!!
क्या जानो तुम बेवफाई की हद दोस्तों.!!
वो हमसे इश्क सीखती रही किसी ओर के लिए.!!
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो.!!
वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं.!!
उँगलियाँ मेरी वफ़ा पर न उठाना लोगों.!!
जिसको शक हो वो मुझसे निबाह कर देखे.!!
बेवफा भी कैसे कह दूँ तुमको.!!
वफा की बातें कभी हुई ही नही थी.!!
अगर इश्क करो तो अदाब-ए-वफा भी सीखो.!!
ये चंद दिन की बेकरारी मोहब्बत नहीं होती.!!
जाओ भी क्या करोगे मेहर-ओ-वफ़ा.!!
बार-हा आज़मा के देख लिया.!!
2 Lines Wafa Shayari
बूढ़ों के साथ लोग कहाँ तक वफ़ा करें.!!
बूढ़ों को भी जो मौत न आए तो क्या करें.!!
बेवफ़ाई पे तेरी जी है फ़िदा.!!
क़हर होता जो बा-वफ़ा होता.!!
मोहब्बत अदावत वफ़ा बे-रुख़ी.!!
किराए के घर थे बदलते रहे.!!
मैं सोचती हूँ कि इक जिस्म के पुजारी को.!!
मेरी वफ़ा ने वफ़ा का सुहाग क्यूँ समझा.!!
वफ़ा जिस से की बेवफ़ा हो गया.!!
जिसे बुत बनाया ख़ुदा हो गया.!!
तरस खाओ मुझ पर, बस इतना बताओ हमदम.!!
तुम्हें वफ़ा नहीं आती, या तुमसे की नहीं जाती.!!
माना कि तुम गुफ़्तगू के फन में माहिर हो.!!
वफ़ा के लफ्ज़ पे अटको तो हमें याद कर लेना.!!
Best Wafa Shayari
वफ़ा इख़्लास क़ुर्बानी मोहब्बत.!!
अब इन लफ़्ज़ों का पीछा क्यूँ करें हम.!!
क्या मस्लहत-शनास था वो आदमी ‘क़तील’.!!
मजबूरियों का जिस ने वफ़ा नाम रख दिया.!!
मुझ से क्या हो सका वफ़ा के सिवा.!!
मुझ को मिलता भी क्या सज़ा के सिवा.!!
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न मुदारात हमारी न अदू से नफ़रत.!!
न वफ़ा ही तुम्हें आई न जफ़ा ही आई.!!
कौन उठाएगा तुम्हारी ये जफ़ा मेरे बाद.!!
याद आएगी बहुत मेरी वफ़ा मेरे बाद.!!
इन वफ़ादारी के वादों को इलाही क्या हुआ.!!
वो वफ़ाएँ करने वाले बेवफ़ा क्यूँ हो गए.!!
पाबंद-ऐ-वफा रहेंगे पर, कोई सफाई ना देंगे.!!
साये की तरह तेरे साथ होंगे पर, दिखाई ना देंगे.!!
Two line Wafa Shayari
ये काफ़ी है कि हम दुश्मन नहीं हैं.!!
वफ़ा-दारी का दावा क्यूँ करें हम.!!
वफ़ा इख़्लास क़ुर्बानी मोहब्बत.!!
अब इन लफ़्ज़ों का पीछा क्यूँ करें हम.!!
हमारी ही तमन्ना क्यूँ करो तुम.!!
तुम्हारी ही तमन्ना क्यूँ करें हम.!!
किया था अहद जब लम्हों में हम ने.!!
तो सारी उम्र ईफ़ा क्यूँ करें हम.!!
नहीं दुनिया को जब पर्वा हमारी.!!
तो फिर दुनिया की पर्वा क्यूँ करें हम.!!
न जफ़ा से है मेरे दिल को क़रार.!!
न तसल्ली वफ़ा से होती है.!!
गुज़र गया दिन अपनी तमाम रौनके लेकर
ज़िन्दगी ने वफ़ा कि तो कल फिर सिलसिले होंगे.!!
Best Wafa Shayari In Hindi
नया इक रिश्ता पैदा क्यूँ करें हम.!!
बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूँ करें हम.!!
ख़मोशी से अदा हो रस्म-ए-दूरी.!!
कोई हंगामा बरपा क्यूँ करें हम.!!
दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद.!!
अब मुझको नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद.!!
हाल सुन कर मेरा वो यूँ बोले.!!
और दिल दीजिए वफ़ा कीजे.!!
अंजाम-ए-वफ़ा ये है जिसने भी मोहब्बत की.!!
मरने की दुआ माँगी जीने की सज़ा पाई.!!
ख़ुद वफ़ा क्या वफ़ा का बदला क्या.!!
लुत्फ़ एहसान था अगर करते.!!
मैं सोचती हूँ कि इक जिस्म के पुजारी को.!!
मेरी वफ़ा ने वफ़ा का सुहाग क्यूँ समझा.!!
Bewafa se Wafa Shayari
ढूँढ उजड़े हुए लोगों में वफ़ा के मोती.!!
ये ख़ज़ाने तुझे मुमकिन है ख़राबों में मिलें.!!
ग़म-ए-दुनिया भी ग़म-ए-यार में शामिल कर लो.!!
नशा बढ़ता है शराबें जो शराबों में मिलें.!!
तू ख़ुदा है न मिरा इश्क़ फ़रिश्तों जैसा.!!
दोनों इंसाँ हैं तो क्यूँ इतने हिजाबों में मिलें.!!
आज हम दार पे खींचे गए जिन बातों पर.!!
क्या अजब कल वो ज़माने को निसाबों में मिलें.!!
अब न वो मैं न वो तू है न वो माज़ी है ‘फ़राज़’.!!
जैसे दो शख़्स तमन्ना के सराबों में मिलें.!!
क्यूँ किसी से वफ़ा करे कोई.!!
दिल न माने तो क्या करे कोई.!!
ये बस्ती है मुसलामानों की बस्ती.!!
यहाँ कार-ए-मसीहा क्यूँ करें हम.!!
Bewafa Shayari Hindi
बेवफ़ा कहने की शिकायत है.!!
तो भी वादा-वफ़ा नहीं होता.!!
वफ़ा न कर तो हमारी वफ़ा की दाद ही दे.!!
तिरे फ़िराक़ को हम इंतिज़ार कहते हैं.!!
दुनिया के सितम याद न अपनी ही वफ़ा याद.!!
अब मुझको नहीं कुछ भी मोहब्बत के सिवा याद.!!
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें.!!
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें.!!
उस को फ़ुर्सत भी नहीं मुझ को तमन्ना भी नहीं.!!
फिर ख़लिश क्या है कि रह रह के वफ़ा ढूँढती है.!!
फलक तक साथ चलने की न दुआ कीजिये.!!
जो जिंदा हैं जमीं पर उनसे बस वफा कीजिये.!!
कोई हिसाब नहीं चाहिए.!!
अपनी वफा उठाइए और दफा हो जाइए.!!
Images for Wafa Shayari
सौ ख़ुलूस बातों में सब करम ख़यालों में.!!
बस ज़रा वफ़ा कम है तेरे शहर वालों में.!!
वफ़ा से डर गयी होगी मुहब्बत मर गयी होगी.!!
तेरा लहजा जो बदला है तबियत भर गयी होगी.!!
उसूल-ए-मुहब्बत तो यही कहती है कि.!!
एक ही शख़्स पे दास्तां ख़त्म की जाए.!!
पीड़ा के पथ पर जब तक सिया संगिनी न हों.!!
तब तक किसी राम की यात्रा पूरी नहीं होती.!!
कोई मिला ही नहीं जिसको वफा देते.!!
हर एक ने दिल तोड़ा किस किस को सजा देते.!!
मैंने तेरे बाद किसी के साथ जुड़कर नहीं देखा.!!
मैंने तेरी राह तो देखी पर तूने मुड़कर नहीं देखा.!!
मुझ पर हर बार इल्ज़ाम लगाना ठीक नहीं.!!
वफ़ा खुद से नहीं होती खफ़ा हम पर होते हो.!!
Love Wafa Shayari
तेरी नज़रों में मैं गलत ही सही.!!
अपनी नज़रों का वफ़ादार हूँ मैं.!!
तुम जो ये मशवरा ए तर्क ए वफ़ा देते हो.!!
उम्र इक रात नहीं है जो गुज़र जायेगी.!!
बस तुम थामे रहना हाथ उम्र भर.!!
वादा है नहीं पूछेंगे कि जाना कहाँ है.!!
ना अदा से होंगी ना वफा से होंगी.!!
अब मोहब्बत जिससे भी होगी.!!
एग्जाम के बाद होंगी.!!
सारे सपने तोड़कर बैठे हैं.!!
दिल का अरमान छोड़कर बैठे हैं.!!
ना कीजिये हमसे वफ़ा की बातें.!!
अभी-अभी दिल के टुकड़े जोड़कर बैठे हैं.!!
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है.!!
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है.!!
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है.!!
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है.!!
ढूंढ़ तो लेते अपने प्यार को हम.!!
शहर में भीड़ इतनी भी न थी.!!
पर रोक दी तलाश हमने.!!
क्योंकि वो खोये नहीं बदल गए थे.!!
Teri Wafa Shayari
कैसे लोग बसते है इस जहाँ में.!!
एक से वफ़ा कर नही सकते.!!
दूसरे से दिल लगा लेते है.!!
बहुत अजीब हैं ये मोहब्बत करने वाले.!!
बेवफाई करो तो रोते हैं.!!
और वफा करो तो रुलाते हैं.!!
यूँ है सबकुछ मेरे पास बस दवा-ए-दिल नही.!!
दूर वो मुझसे है पर मैं उस से नाराज नहीं.!!
मालूम है अब भी मोहब्बत करता है वो मुझसे.!!
वो थोड़ा सा जिद्दी है लेकिन बेवफा नहीं.!!
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मोहब्बत से रिहा होना ज़रूरी हो गया है,
मेरा तुझसे जुदा होना ज़रूरी हो गया है.!!
वफ़ा के तजुर्बे करते हुए तो उम्र गुजरी.!!
ज़रा सा बेवफा होना ज़रूरी हो गया है.!!
वो जमाने में यूँ ही.!!
बेवफ़ा मशहूर हो गये दोस्त.!!
हजारों चाहने वाले थे किस-किस से.!!
वफ़ा करते.!!
अब वफ़ा का नाम न ले कोई.!!
हमें बेवफ़ा की तलाश है.!!
पत्थर का दिल सीने में हो.!!
हमें उस खुदा की तलाश है.!!
मत रख हमसे वफा की उम्मीद ऐ सनम.!!
हमने हर दम बेवफाई पायी है.!!
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान.!!
हमने हर चोट दिल पे खायी है.!!
Sad Wafa Shayari
कभी न कभी वो मेरे बारे में सोंचेगी ज़रूर.!!
के हासिल होने की उम्मीद भी.!!
नहीं फिर भी वफ़ा करता था.!!
आग दिल में लगी.!!
जब वो खफ़ा हो गए.!!
महसूस हुआ तब जब वो.!!
जुदा हो गए.!!
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो हमें.!!
पर बहुत कुछ दे गए जब बेवफ़ा हो गए.!!
वफ़ा का नाम मत लो यारों.!!
वफ़ा दिल को दुखाती है.!!
वफ़ा का नाम लेने से हमें.!!
एक बेवफा की याद आती है.!!
मैं नादान था जो.!!
वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब.!!
ये भी ना सोचा की अपनी सांस भी.!!
एक दिन बेवफा बन जाएगी.!!
बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है.!!
ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है.!!
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ.!!
मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है.!!
एक जाम उलफत के नाम.!!
एक जाम मुहब्बत के नाम.!!
एक जाम वफ़ा के नाम.!!
पूरी बोतल बेवफा के नाम.!!
और पूरा ठेका दोस्तों के नाम.!!
हमें मालूम है.!!
दो दिल जुदाई सह नहीं सकते.!!
मगर रस्मे-वफ़ा ये है कि.!!
ये भी कह नहीं सकते.!!
जरा कुछ देर तुम उन साहिलों कि.!!
चीख सुन भर लो.!!
जो लहरों में तो डूबे हैं.!!
मगर संग बह नहीं सकते.!!
Wafa Bewafa Dard Bhari Shayari
बात वफाओं की होती तो.!!
कभी न हटते हम.!!
खेल नसीब का था.!!
उसे किस तरह तब्दील करते.!!
चलो छोड़ो ये बहस कि.!!
वफ़ा किसने की.!!
और बेवफा कौन है.!!
तुम तो ये बताओ कि आज.!!
तन्हा कौन है.!!
मोहब्बत का नतीजा दुनिया में.!!
हमने बुरा देखा.!!
जिन्हे दावा था वफा का उन्हें भी.!!
हमने बेवफा देखा.!!
किसी की खातिर.!!
मोहब्बत की इन्तेहाँ कर दो.!!
लेकिन इतना भी नहीं कि.!!
उसको खुदा कर दो.!!
मत चाहो किसी को टूट कर.!!
इस कदर इतना.!!
कि अपनी वफाओं से उसको.!!
बेवफा कर दो.!!
ना पूछ मेरे सब्र की.!!
इंतेहा कहाँ तक हैं.!!
तू सितम कर ले.!!
तेरी हसरत जहाँ तक हैं.!!
वफ़ा की उम्मीद.!!
जिन्हें होगी उन्हें होगी.!!
हमें तो देखना है.!!
तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं.!!
हर किसी की जिंदगी का.!!
एक ही मकसद है.!!
खुद भले हों बेवफ़ा.!!
लेकिन तलाश वफ़ा की करते है.!!
थोड़ी दीवानगी मै लाऊगा.!!
थोड़ी वफा तुम ले आना.!!
साझे में कर लेंगे फिर से.!!
कारोबार-ए- मौहब्बत.!!
Wafa Dard Bhari Shayari
वो दिल क्या जो मिलने की दुआ न करे.!!
तुम्हें भुलकर जिऊ यह खुदा न करे.!!
रहे तेरी दोस्ती मेरी जिन्दगानी बनकर.!!
यह बात और है जिन्दगी वफा न करे.!!
इक़रार -ऐ-मुहब्बत ऐहदे-ऐ.!!वफ़ा.!!
सब झूठी सच्ची बातें हैं “इक़बाल”.!!
हर शख्स खुदी की मस्ती में.!!
बस अपने खातिर जीता है.!!
कैसी हया कहाँ की.!!
वफ़ा पास-ए-ख़ल्क़ क्या.!!
हाँ ये सही कि आप को आना.!!
यहाँ न था.!!
दुनिया के सितम याद न.!!
अपनी ही वफ़ा याद.!!
अब मुझको नहीं कुछ भी.!!
मोहब्बत के सिवा याद.!!
परवाह करने वाले रूला जाते है.!!
अपना समझने वाले पराया बना जाते है.!!
चाहे जितनी वफाऐं कर लो इनसे.!!
न छोडेगे तुमको कहकर छोड जाते हैं.!!
बेवफ़ाई पे तेरी जी है फ़िदा.!!
बेवफ़ाई पे तेरी जी है फ़िदा.!!
क़हर होता जो बा-वफ़ा होता.!!
हाल सुन कर मेरा वो.!!
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से.!!
कि मैंने आखिरी ख़्वाहिश में.!!
भी उसकी वफा मांगी.!!
Wafa ki Shayari 2 line
वो कह कर गई थी कि लौटकर आऊँगी.!!
मैं इंतजार ना करता तो क्या करता.!!
वो झूठ भी बोल रही थी बड़े सलीके से.!!
मैं एतबार ना करता तो क्या क्या करता.!!
मेरी वफ़ाए कुछ काम नहीं आ रही है.!!
देखो ना वो मुझे.!!
कैसे भूलती जा रही है.!!
भले दिनों की बात है.!!
भली सी एक शक्ल थी.!!
न ये कि हुस्न-ए-ताम हो.!!
न देखने में आम सी.!!
न ये कि वो चले तो कहकशाँ सी रहगुज़र लगे.!!
मगर वो साथ हो तो फिर भला भला सफ़र लगे.!!
कोई भी रुत हो उस की छब.!!
फ़ज़ा का रंग-रूप थी.!!
वो गर्मियों की छाँव थी.!!
वो सर्दियों की धूप थी.!!
न मुद्दतों जुदा रहे.!!
न साथ सुब्ह-ओ-शाम हो.!!
न रिश्ता-ए-वफ़ा पे ज़िद.!!
न ये कि इज़्न-ए-आम हो.!!
न ऐसी ख़ुश-लिबासियाँ.!!
कि सादगी गिला करे.!!
न इतनी बे-तकल्लुफ़ी.!!
कि आइना हया करे.!!
न इख़्तिलात में वो रम.!!
कि बद-मज़ा हों ख़्वाहिशें.!!
न इस क़दर सुपुर्दगी.!!
कि ज़च करें नवाज़िशें.!!
न आशिक़ी जुनून की.!!
कि ज़िंदगी अज़ाब हो.!!
न इस क़दर कठोर-पन.!!
कि दोस्ती ख़राब हो.!!
Wafa par Shayari
कभी तो बात भी ख़फ़ी.!!
कभी सुकूत भी सुख़न.!!
कभी तो किश्त-ए-ज़ाफ़राँ.!!
कभी उदासियों का बन.!!
सुना है एक उम्र है.!!
मुआमलात-ए-दिल की भी.!!
विसाल-ए-जाँ-फ़ज़ा तो क्या.!!
फ़िराक़-ए-जाँ-गुसिल की भी.!!
सो एक रोज़ क्या हुआ.!!
वफ़ा पे बहस छिड़ गई.!!
मैं इश्क़ को अमर कहूँ.!!
वो मेरी ज़िद से चिड़ गई.!!
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मैं इश्क़ का असीर था.!!
वो इश्क़ को क़फ़स कहे.!!
कि उम्र भर के साथ को.!!
वो बद-तर-अज़-हवस कहे.!!
शजर हजर नहीं कि हम.!!
हमेशा पा-ब-गिल रहें.!!
न ढोर हैं कि रस्सियाँ.!!
गले में मुस्तक़िल रहें.!!
मोहब्बतों की वुसअतें.!!
हमारे दस्त-ओ-पा में हैं.!!
बस एक दर से निस्बतें.!!
सगान-ए-बा-वफ़ा में हैं.!!
मैं कोई पेंटिंग नहीं.!!
कि इक फ़्रेम में रहूँ.!!
वही जो मन का मीत हो.!!
उसी के प्रेम में रहूँ.!!
Wafa Shayari
तुम्हारी सोच जो भी हो.!!
मैं उस मिज़ाज की नहीं.!!
मुझे वफ़ा से बैर है.!!
ये बात आज की नहीं.!!
न उस को मुझ पे मान था.!!
न मुझ को उस पे ज़ोम ही.!!
जो अहद ही कोई न हो.!!
तो क्या ग़म-ए-शिकस्तगी.!!
सो अपना अपना रास्ता.!!
हँसी-ख़ुशी बदल दिया.!!
वो अपनी राह चल पड़ी.!!
मैं अपनी राह चल दिया.!!
भली सी एक शक्ल थी.!!
भली सी उस की दोस्ती.!!
अब उस की याद रात दिन.!!
नहीं, मगर कभी कभी.!!
मैं पल-दो-पल का शायर हूँ.!!
पल-दो-पल मेरी कहानी है.!!
पल-दो-पल मेरी हस्ती है.!!
पल-दो-पल मेरी जवानी है.!!
मुझ से पहले कितने शायर आए और आ कर चले गए.!!
कुछ आहें भर कर लौट गए, कुछ नग़में गा कर चले गए.!!
वे भी एक पल का क़िस्सा थे, मैं भी एक पल का क़िस्सा हूँ.!!
कल तुम से जुदा हो जाऊंगा गो आज तुम्हारा हिस्सा हूँ.!!
कल और आएंगे नग़मों की खिलती कलियाँ चुनने वाले.!!
मुझसे बेहतर कहने वाले, तुमसे बेहतर सुनने वाले.!!
कल कोई मुझ को याद करे, क्यों कोई मुझ को याद करे.!!
मसरुफ़ ज़माना मेरे लिए, क्यों वक़्त अपना बरबाद करे.!!
Wafa Shayari Images
मैं हर इक पल का शायर हूँ.!!
हर इक पल मेरी कहानी है.!!
हर इक पल मेरी हस्ती है.!!
हर इक पल मेरी जवानी है.!!
रिश्तों का रूप बदलता है, बुनियादें खत्म नहीं होतीं.!!
ख़्वाबों और उमँगों की मियादें खत्म नहीं होतीं.!!
इक फूल में तेरा रूप बसा, इक फूल में मेरी जवानी है.!!
इक चेहरा तेरी निशानी है, इक चेहरा मेरी निशानी है.!!
मैं हर इक पल का शायर हूँ.!!
हर इक पल मेरी कहानी है.!!
हर इक पल मेरी हस्ती है.!!
हर इक पल मेरी जवानी है.!!
तुझको मुझको जीवन अम्रित अब इन हाथों से पीना है.!!
इनकी धड़कन में बसना है, इनकी साँसों में जीना है.!!
तू अपनी अदाएं बक्ष इन्हें, मैं अपनी वफ़ाएं देता हूँ.!!
जो अपने लिए सोचीं थी कभी, वो सारी दुआएं देता हूँ.!!
मैं तुम्हें पाना चाहता हूँ.!!
तेरे साथ ज़िंदगी बिताना चाहता हूं.!!
कहते हैं आजकल वफ़ा नहीं रही.!!
मैं वफ़ा कर दिखाना चाहता हूँ.!!
मुश्किल है वफ़ा को ढूंढना इस ज़माने में.!!
जिस को मिल गयी वफ़ा.!!
कुछ तो बात होगी उस दीवाने में.!!
Wafa Shayari in Hindi Attitude
दिल चाहता है.!!
आज फिर एक पैगाम दे दूँ.!!
मरते दमतक तुम्हें.!!
चाहने की जुबान दे दूँ.!!
ना कोई हसरत रखूँ.!!
मै मुत्तफिक़ हूँ तेरी तमाम बातों पर.!!
बहर हाल यूँ दिल तोड़ा नहीं करते.!!
इश्क़ एक ही शख्स़ से हलाल है.!!
हर एक से थोड़ा थोड़ा नहीं करते.!!
तेरे कहने से जादू नहीं होने वाला.!!
सितारा अब कोई जुगनू नहीं होने वाला.!!
फिर भी बेताब हूं कितना तेरे होने को.!!
जानता हूं की मेरा तू नहीं होने वाला.!!
परवाह करने वाले रूला जाते है.!!
अपना समझने वाले पराया बना जाते है.!!
चाहे जितनी वफाऐं कर लो इनसे.!!
न छोडेगे तुमको कहकर छोड जाते हैं.!!
कभी न कभी वो मेरे बारे में सोंचेगी ज़रूर.!!
के हासिल होने की उम्मीद भी.!!
नहीं फिर भी वफ़ा करता था.!!
रात की गहराई आँखों में उतर आई.!!
कुछ ख्वाब थे और कुछ मेरी तन्हाई.!!
ये जो पलकों से बह रहे हैं हलके हलके आंसू.!!
कुछ तो मजबूरी थी कुछ तेरी बेवफाई.!!
वो पानी की लहरों पे क्या लिख रहा था.!!
खुदा जाने वो क्या लिख रहा था.!!
महोब्बत में मिली थी नफरत उसे भी शायद.!!
इसलिए हर शख्स को शायद बेवफा लिख रहा था.!!
Wafa Shayari Urdu
वो कह कर गई थी कि लौटकर आऊँगी.!!
मैं इंतजार ना करता तो क्या करता.!!
वो झूठ भी बोल रही थी बड़े सलीके से.!!
मैं एतबार ना करता तो क्या क्या करता.!!
दो दिलों की धड़कनों में एक साज़ होता है.!!
सबको अपनी-अपनी मोहब्बत पर नाज़ होता है.!!
उसमें से हर एक बेवफा नहीं होता.!!
उसकी बेवफ़ाई के पीछे भी कोई राज होता है.!!
एक दिन जब हुआ प्यार का अहसास उन्हें.!!
वो सारा दिन आकर हमारे पास रोते रहे.!!
और हम भी इतने खुद गर्ज़ निकले यारों कि.!!
आँखे बंद कर के कफ़न में सोते रहे.!!
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प्यार वो हम को बेपनाह कर गये.!!
फिर ज़िन्दगी में हम को तन्नहा कर गये.!!
चाहत थी उनके इश्क में फ़नाह होने की.!!
पर वो लौट कर आने को भी मना कर गये.!!
आज हम उनको बेवफा बताकर आए है.!!
उनके खतो को पानी में बहाकर आए है.!!
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से.!!
इस लिए पानी में भी आग लगा कर आए है.!!
वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी.!!
मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी.!!
उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना.!!
वो नादान है यारो अपना हाथ जला लेगी.!!
Wafa Quotes in Hindi
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है.!!
कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है.!!
जो मुझे तुझसे जुदा करती है.!!
हाथ की उस लकीर से डर लगता है.!!
गाली के बदले गाली मिली.!!
हसरत के बदले में हसरत.!!
ना मोहोब्बत के बदले मोहोब्बत मिली.!!
पर मिली नफरत के बदले बस नफरत.!!
Final Words :-
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